प्रभू इति सोपसर्गधातुः प्रकट होना, समर्थ होना, अधिकार होना, बराबर होना, समाना इति अर्थे प्रयोक्तुं शक्येते (प्रौढ-रचनानुवादकौमुदी – कपिलदेवद्विवेदी)। यथा
साफल्यं लब्धुं न प्रभवामि। (I cannot succeed. सफलता नहीं प्राप्त कर सकता हूँ।)
प्रभवति भवान् छात्राणाम्। (You have authority over the students. आपका छात्रों पर अधिकार है।)
यद्यात्मनः प्रभविष्यामि। (If I can control myself. यदि अपने-आपको सँभाल सकी।)
प्रभवति मल्लो मल्लाय। (This wrestler can wrestle that wrestler. यह पहलवान उस पहलवान से लड सकता है।)
गुरुः प्रहर्षः प्रबभूव नात्मनि। (He is beyond himself with happiness. वह अति प्रसन्नता से फूला नहीं समाया।)
प्रभवति भवान् बन्धे मोक्षे च। (Catch me or leave me is your prerogative. बान्धें या छोडें यह आपका अधिकार है।)
२०१८-०७-०१ रविवासरः (2018-07-01 )
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